Tuesday, May 17, 2011


फिर रोई इंसानियत, दो साल से कमरे में बंद थे भाई-बहन 

दैनिक भास्कर - ‎5 घंटे पहले‎
पटना. यह कहानी किसी का भी दिल दहला सकती है। हताश भाई-बहन दो साल से अपने ही घर में कैद थे। सोमवार को पटना के शिवपुरी इलाके से बाबू और सुजाता को जब घर से बाहर निकाला गया तो देखने वालों के रोंगटे खड़े हो गए। इनकी बस सांसें चल रही थीं। कई दिनों से इन्होंने कुछ खाया-पीया नहीं था। भाई बाबू का शरीर तो हड्डियों का ढांचा रह गया था। बाबू और सुजाता अब 

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